Two Short Love Poem - Jhuti Mohabbat

Wednesday, September 25, 2019

Two Short Love Poem

Two Short Love Poem

Today we have brought some poems on love for you - Love Poems in Hindi, which you will like very much. These poems based on love, Love Poetry in Hindi are derived from the true aspects of life. As such, love is a small word of only one and a half letters. But it is equally difficult to know its meaning. It takes someone's whole life to know the meaning of the word love and he would still be able to know. But some people live life with love in a few moments and understand love well.

अगर वो पूछ लें हमसे
अगर वो पूछ लें हमसे, कहो किस बात का गम है।
तो फिर किस बात का गम हो, अगर वो पूछ लें हमसे।।

अगर वो पूछ लें हमसे, कहाँ रहते हो शामों में।
तो शामों में कहाँ हम हों, अगर वो पूछ लें हमसे।।

मलाल-ए-इश्क़ इतना है, सवालों की गिरह में हूँ ।
जो तुम पूछो- जवाबें दूँ, जो न पूछो- किसे कह दूँ !

मुनासिब है न मूँह खोलो, न पूछो और न कुछ जानो।
पर उस निगाह का क्या हो, जिरह करती है जो हमसे।।

गुल-ए-गुलज़ार हो तुम, हर हवा का रुख तुम्ही पर है।
मगर झूमो तो यूँ झूमो, जो टूटो - पास आ जाओ।।

मैं ही बता देता, पर डर है - है किस्सा मोहब्बत का,
कि अंत आगाज़ का जब हो, आगाज़ अंत का न हो।।
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मोहब्बत की हैं
तेरे लिबास से मोहब्बत की हैं,
तेरे एहसास से मोहब्बत की हैं।।

तू मेरे पास नही फिर भी,
मैंने तेरी याद से मोहब्बत की हैं।।

कभी तू ने भी मुझे याद किया होगा,
मैंने उन लम्हों से मोहब्बत की हैं।।

जिन में हो सिर्फ तेरी और मेरी बातें,
मैंने उन अल्फ़ाज से मोहब्बत की हैं।।
जो महकते हो तेरी मोहब्बत से,
मैंने उन जज्बात से मोहब्बत की हैं।।

तुझ से मिलना तो अब एक ख्वाब लगता हैं,
इसलिए मैंने तेरे इन्तजार से मोहब्बत की हैं।।

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