April 2022 - Jhuti Mohabbat

Thursday, April 28, 2022

Sach Batlana
April 28, 20221 Comments

 


Jhuti Mohabbat has a collection of Sad Poetry in Hindi, Sad poems about love and pain in Hindi.


सच बतलाना

उनमें ऐसी क्या खास थी ?

तोड़ी जो तुमने मेरी आश थी !!


तेरी भोली सूरत पर जो हम लुभाए थे

मेरे बुरे हालातों से तुम घबराए थे

फटेहाल मेरे कपड़े तुम्हें न भाए थे

मुझे अपना कहने में तुम सकुचाए थे

मेरे सादगी की कीमत तुम न जान पाए थे


तड़क-भड़क पे उनके तुम भरमाए थे

उनकी झूठी वादों नें सपनें दिखाए थे

इश्क न था तुमसे उन्हें पर जताए थे

दिलो जान भी तुमने उनपर लुटाए थे

साथ जीने मरने के भी कसमें खाए थे


अपनी करतूतों पे अब तुम पछताए हो

अब जो दिल टूटा है मेरे पास आए हो

टूटे दिल के अरमानों को साथ लाए हो

पुरा अरमानों को करने का साहस कौन करे

खुद के दिल में खाई है अब तेरे गढ्ढे कौन भरे


सच बतलाना

उनमें ऐसी क्या खास थी ?

तोड़ी जो तुमने मेरी आश थी !!



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Wednesday, April 20, 2022

हाँ वो इक शाम होगी
April 20, 20220 Comments

 



हाँ वो इक शाम होगी,

तुम्हारी आंखों में काजल और मेरी आंखें लाल होगी…

तुम्हारी नज़रें रंग–बिरंगी रोशिनी से चकाचौंध होगी,

और मेरी नज़रें आंसुओं से तार–तार होगी। 


हाँ वो इक शाम होगी,

तेरे हाथों में सगुन की मेहंदी

और मेरे हाथों में नशीली शराब होगी,


हाँ वो इक शाम होगी,

जब खुशियों से तेरी झोली आबाद होगी,

और मेरी नाउम्मीद ज़िंदगी बर्बाद होगी,


हाँ वो इक शाम होगी,

जब तेरे मांग में लगा सिंदूर

हमारे बीच की दीवार होगी,


हाँ वो इक शाम होगी,

जब तुम किसी और की जिंदगी,

और मेरी मौत का पैगाम होगी।


हाँ वो इक शाम होगी,

जब डूबते सूरज को,

फिर से उगने की ना कोई आस होगी।


हाँ वो इक शाम होगी,

जब जलती आग में ना कोई आंच होगी

और

राख में मिलकर मेरी कहानी कहीं गुमनाम होगी।

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